बिजली की कमी को दूर करने के लिए लगाए जाएंगे 30 करोड़ स्मार्ट मीटर
भारत मे बिजली की खपत लगातार बढ़ती जा रही है और इसकी आपूर्ति सरकार के लिए एक चुनौती बनती जा रही है। इसीलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि जल्दी ही लगभग 30 करोड़ घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने अगले तीन वर्षों में इसे पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। एक स्मार्ट मीटर लगाने में लगभग 2000 रुपयों का खर्च आएगा और इस पूरे प्रॉजेक्ट की लागत लगभग 60 हज़ार करोड़ रुपए होगी।
चूंकि स्मार्ट मीटर की लागत थोड़ी अधिक है इसीलिए उपभोक्ताओं को सरकार सब्सिडी देगी। ऊर्जा मंत्रालय का ऐसा मानना है कि ऐसा करने से विद्युत वितरण कंपनी (डिस्काम) की स्थिति में भी सुधार आने की संभावना है।
बिजली चोरी और फर्जी बिल जारी करने के कारण सरकार को लगभग 20 प्रतिशत राजस्व का नुकसान होता है। स्मार्ट मीटर के बाद यह समस्याएं पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी।