जानिए भारतीय सेना के सबसे बहादुर रेजिमेंट के बारे में जिनकी वीरता से दुश्मन की हवा निकल जाती है
भारतीय सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेना में से एक हैं और उनकी वीरता के किस्से पूरे विश्व में प्रसिद्द है | इसकी स्थापना 1776 में कोलकाता में ईस्ट इंडिया कंपनी सरकार के अधीन भारतीय सेना का गठन हुआ था। अभी देश भर में भारतीय सेना की 53 छावनियां और 9 आर्मी बेस हैं।ऐसे तो भारतीय सेना की हर रेजिमेंट की वीरता के किस्से प्रसिद्द हैं लेकिन आज बात करते हैं भारतीय सेना की उन रेजिमेंट की बारे में जिसकी वीरता सुनकर ही दुश्मनो की हवा निकल जाती हैं।
पंजाब रेजिमेंट:
आपको बता दें की पंजाब रेजीमेंट भारत के सबसे पुराने फौजी रेजीमेंट में से एक है। भारत-पाक बंटवारे के समय पंजाब रेजीमेंट का भी बंटवारा हुआ। जिसका पहला हिस्सा पाकिस्तान को मिला तो दूसरी बटालियन भारत को। ‘लोगेंवाला’ की लड़ाई में पंजाब रेजीमेंट का जौहर हम सभी देख चुके हैं। जिसने पाकिस्तानी सेना को धूल चटा दी थी। इस रेजिमेंट का विजय मंत्र हैं स्थल वा जल और इनका नारा हैं बोले सो निहाल, सत श्री अकाल।
राजपुताना रेजिमेंट:
सन 1778 में अंग्रेजों ने राजपूत रेजीमेंट को बनाया था। भारत-चीन युद्ध में भी राजपूत रेजीमेंट ने अदम्य साहस का परिचय दिया था। वहीं 1965 भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान को नाकों चने चबवा दिए। 1971 में पाकिस्तानी सैनिक राजपूत रेजीमेंट के नाम से भय खाते थे। आपको बता दें की कारगिल युद्ध के समय राजपूत रेजीमेंट ने तोलोइंग जैसे सबसे महत्वपूर्ण प्वाइंट पर कब्ज़ा किया था । इस रेजिमेंट का विजय मंत्र हैं सर्वत्र विजय और नारा है बोल बजरंग बली की जय।