मोदी सरकार ने चाबहार पोर्ट के बजट में की कमी , भारत के इस कदम से ईरान में चिंता

चाबहार पोर्ट भारत और ईरान की दोस्ती के प्रतीक के रूप में देखा जाता है परन्तु इस बार केंद्रीय बजट में चाबहार पोर्ट के लिए बजट में कमी  कर दी गयी  है. मोदी सरकार के इस निर्णय  को लेकर ईरान के प्रशासनिक  हलकों में चिंता देखी गई है. पिछले साल चाबहार पोर्ट का बजट आवंटन 150  करोड़  था बजट में कमी करके इस बार 45 करोड़ रुपये कर दिया गया है, हालांकि राजनयिक सूत्रों ने बताया है कि भारत इस प्रोजेक्ट के प्रति अब भी कमिटेड है.

भारतीय प्रसाशन के अनुसार कई बार राष्ट्र के हित में रणनीतिक और तार्किक फैसले लिए जाते  हैं,  इसका ये मतलब नहीं है कि भारत इस प्रोजेक्ट के प्रति कमिटेड नहीं है, आवंटन में बढ़ोतरी और कमी सामान्य है, इससे पोर्ट प्रोजेक्ट पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

चाबहार पोर्ट ईरान में भारत द्वारा विकसित किया जा रहा है. इस पोर्ट के जरिए बिना पाकिस्तान से गुजरे अफगानिस्तान और सेंट्रल एशिया को भारत से जोड़ा जा सकेगा. दरअसल ये पोर्ट पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट का भारत द्वारा जवाब है. इस पोर्ट का उदघाटन दिसंबर 2017 में हुआ था. इस साल जनवरी में भारत ने इस पोर्ट का ऑपरेशन अपने हाथ में ले लिया था.