चिदंबरम की संपत्ति जानकर हैरान हो जाएंगे आप, 12 देशों में है इनकी बेहिसाब संपत्ति और बेनामी खातें
भूतपूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस आई के सीनियर लीडर पी चिदंबरम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं .आईएनएक्स मामले में सीबीआई पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को कस्टडी में लेकर लगातार पूछताछ कर ही रही है. अब ईडी ने भी चिदंबरम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके कहा है कि चिदंबरम की बेहिसाब संपत्ति 12 देशों में फैली है. ईडी ने यह भी बताया कि विदेशों में चिदंबरम के 17 बेनामी बैंक खाते हैं. इसलिए चिदंबरम को कस्टडी में लेना आवश्यक है और हमें इनसे पूछताछ की इजाजत दी जाय.
ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने हलफनामे में कहा है कि उसके मुताबिक, चिदंबरम की ऑस्ट्रिया, अर्जेंटीना, फ्रांस, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, मलेशिया, मोनाको, ग्रीस, फिलीपींस, श्रीलंका, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका और स्पेन में बेहिसाब संपत्ति है. ईडी ने बताया, 17 बेनामी विदेशी बैंक खाते और 10 महंगी संपत्ति भारत और विदेशों में खरीदी गई.
ईडी ने कहा है, ”हमारे पास अपने दावों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं. शेल कंपनियों का संचालन करने वाले लोग चिदंबरम के संपर्क में हैं और एजेंसी के पास इसके सबूत हैं.केवल हिरासत में ही पूछताछ सच्चाई को उजागर करेगी. यह न केवल ईडी का देश के प्रति कर्तव्य है कि काले धन को उजागर करे, बल्कि बेनामी कंपनियों में जमा धनराशि को भी जब्त करे.”
आईनेक्स मीडिया केस में बड़ी मनी लॉन्ड्रिंग हुई है और चिदंबरम ने अपने करीबी विश्वासपात्रों और सह साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर भारत और विदेश में शेल कंपनियों का जाल बनाया.
ईडी ने हलफनामे में कहा है, ”अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मानना है कि मनी लॉन्ड्रिंग एक गंभीर अपराध है क्योंकि भारत अंतर्राष्ट्रीय फोरम- फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स का सदस्य है. चिदंबरम पूर्व वित्त मंत्री, पूर्व गृहमंत्री हों या एक सामान्य नागरिक, अग्रिम जमानत मंजूर नहीं की जानी चाहिए और अगर सुप्रीम कोर्ट आरोपी की याचिका पर विचार करती है तो यह न्याय का मखौल उड़ाना होगा.”