आइये जानते हैं दुनिया के 5 सबसे खतरनाक टैंक के बारे में, क्या भारत के पास भी है ऐसा टैंक ?
पूरी दुनिया अपने अपने देश को ताकतवर बनाने के लिए जल,थल और नभ के हथियारों को विकसित कर रही है और सबसे अच्छे हथियारों को बनाने और अपनी सेना में शामिल करने की प्रतिस्पर्धा चल रही है ,सेना के हथियारों में तोप अर्थात टैंक का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है और इस दुनिया में बड़ी-बड़ी जमीनी जंग तोपखानों के दम पर ही लड़ी गई है। जिस देश के शक्तिशाली टैंक होते हैं वो दुश्मनों पर भारी पड़ता है।आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे दुनिया के 5 सबसे खतरनाक टैंक के बारे में। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।
अब्राम्स टैंक (अमेरिका):
पैटन टैंक का अपग्रेडेड रूप ही अब्राम्स टैंक हैं। ये टैंक अब्राम्स टैंक के रूप में सामने आने से पहले अमेरिकी सेना की शान हुआ करते थे। आज के वर्तमान समय में अब्राम्स टैंक दुनिया के सबसे खतरनाक टैंक में से एक हैं।
मेरकावा टैंक (इजरायल):
लगभग 65 टन वजनी इस टैंक की मुख्य ताकत 120 एमएम की तोप है, जो किसी भी लक्ष्य को तहस-नहस कर सकती है। इस टैंक पर एक साथ 6 लोग लड़ाई के मैदान में जा सकते हैं। टैंक में 1500 हॉर्सपॉवर का टर्बोजेट डीजल इंजन है, जो कम से कम 55 और अधिकतम 64 किमी की स्पीड से दुश्मन पर हमला बोलता है। इस टैंक के 4 संस्करण सामने आ चुके हैं।
टी-72 (रुस):
ये टैंक रूसी सेना की शान हैं, जिनमें समय समय पर बदलाव होते रहे हैं। स टैंक पर परमाणु बम के साथ ही जैविक हथियारों का भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। सिर्फ 41.5 टन वजनी इस टैंक में 125 एमएम तोप लगी है, जो किसी भी लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाते हैं।
चैलेंजर-1 (ब्रिटिश):
इस टैंक की ताकत इसका 62 टन वजनी होने के बावजूद 56 किमी की स्पीड है, जो एक बार मैदान में निकलने के बाद 450 किमी तक लड़ाई करता है।
अर्जुन टैंक (भारत):
इस टैंक सबसे आधुनिक मॉडल अर्जुन एमके II है जिसका वजन 55 टन है। इसमें पश्चिमी और रूसी टैंकों की कई खासियतें शामिल हैं। इसकी 120 एमएम की तोप से परंपरागत गोलों के साथ ही निर्देशित मिसाइलें भी दागी जा सकती हैं। टैंक में लगा लेजर वार्निंग रिसीवर और जैमर विरोधियों की तरफ से होने वाले निर्देशित मिसाइल हमलों को रोकने में सक्षम ह