आरबीआई के अनुसार भारत में ई.मनी की चलन प्रणाली बढ़कर 21.5 फीसदी हुई
मोदी सरकार का हमेशा यह प्रयास रहा है कि देश में ई.मनी का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग हो । साल 2016 के नवंबर में 500 और 1000 रुपये के नोट बंद किए जाने से देश में ई.मनी का प्रचलन बढ़ा था भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा तैयार नई रिपोर्ट में कहा गया है कि ई.मनी का प्रचलन साल 2017 में बढ़कर 21.5 फीसदी हो गया है जो साल 2012 में यह महज 0.8 फीसदी था।
इस रिपोर्ट में नोटबंदी को ई.मनी के लिए गेमचेंजर करार दिया गया है जिससे देश में ई.मनी को बढ़ावा मिला। रिपोर्ट में कहा गयाए नोटबंदी से जहां जरूरी प्रोत्साहन मिला। वहीं मोबाइल बैंकिंग और वैकल्पिक भुगतान प्रणालियों ने सुनिश्चित किया कि जब नकदी का संकट हो तो भुगतान प्रणालियां प्रभावित नहीं हों।
रिपोर्ट में बताया गया कि जहां मध्यम से उच्च मूल्य वाले लेनदेन अभी भी डिजिटल बैंकिंग चैनल और चेकों के माध्यम से हो रहे हैं वहीं कम मूल्य के दैनिक लेन.देन ई.मनी से होने लगे हैं।
रिपोर्ट में कहा गयाए भारत हालांकि चीन से पीछे है लेकिन ई.मनी के प्रयोग से 26 फीसदी ऑनलाइन लेनदेन हुए जो एक अच्छी संख्या है। परन्तु अभी भी भारत अन्य विकसित देशों से मीलों पीछे है और अभी इस छेत्र में विकास की बहुत संभावनाए हैं ।