इतिहास में 15 सितंबर के दिन क्यों है खास
1812: नेपोलियन के नेतृत्व में फ्रांसीसी सेना मास्को के क्रैमलिन पहुंची।
1894: प्योंगयांग की लड़ाई में जापान ने चीन को करारी मात दी।
1916: प्रथम विश्व युद्ध में पहली बार सोम्मे की लड़ाई में टैंक का इस्तेमाल किया गया।
1931: गांधी-इरविन समझौता हुआ।
1948: स्वतंत्र भारत का पहला ध्वजपोत आईएनएस बंबई (अब मुंबई) के बंदरगाह पर पहुंचा।
1959: रूसी नेता निकिता ख्रुश्चेव अमेरिका की यात्रा करने वाले सोवियत संघ के पहले नेता बने।
1959: भारत की राष्ट्रीय प्रसारण सेवा दूरदर्शन की शुरुआत हुई।
1971: हरी-भरी और शांति पूर्ण दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध ग्रीन पीस की स्थापना की गई।
1982: लेबनान के निर्वाचित राष्ट्रपति बशीर गेमायेल की पदासीन होने के पूर्व ही बम धमाके में हत्या।
2000: सिडनी में 27वें ओलम्पिक खेलों का शुभारम्भ हुआ।
2001: अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रपति को अफ़ग़ानिस्तान पर सैनिक कार्यवाही की मंजूरी दी।
2003: सिंगापुर के मुद्दे पर विकासशील देशों के भड़क उठने से डब्ल्यूटीओ वार्ता विफल।
2004: ब्रिटिश नागरिक गुरिंदर चड्ढा को ‘वूमैन आफ़ द ईयर’ सम्मान।
2008: अमरीका के सबसे बड़े बैंकों में से एक लीमैन ब्रदर्स ने अपने आप को दिवालिया घोषित कर दिया। यह अब तक की अमरीकी इतिहास कि दिवालिया होने की सबसे बड़ी घटना थी।
2017: कासीनी अंतरिक्ष यान शनि के उपग्रह टाइटन से टकरा गया।