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राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर

राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर वह रजिस्टर है जिसमें सभी भारतीय नागरिकों का विवरण शामिल है। इसे 1951 की जनगणना के बाद तैयार किया गया था। रजिस्टर में उस जनगणना के दौरान गणना किये गये सभी व्यक्तियों के विवरण शामिल थे। यह उन्हीं राज्यों में लागू होता है जहाँ से अन्य देश के नागरिक भारत में प्रवेश करते हैं। छत्ब् की रिपोर्ट बताती है कि कौन भारतीय नागरिक है और कौन नहीं।

1: वर्तमान में इसे अपडेट करने का कार्य किया जा रहा है और इसमें केवल उन्हीं भारतीयों का नाम शामिल किया जा रहा है जो 25 मार्च, 1971 के पहले असम में रह रहे हैं। इसके बाद राज्य में पहुँचने वालों को बांग्लादेश वापस भेज दिया जायेगा।

2: असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के नवीनीकरण और सुधार कार्य को पूरा करने की अवधि को केन्द्र सरकार ने छह महीने के लिए बढ़ा दिया है। इसका तात्पर्य यह है कि असम में अपडेट करने की प्रक्रिया अब 30 जून, 2019 तक पूरी की जा सकेंगी।

3: इससे पहले असम में अपडेट करने की समयावधि 31 दिसम्बर, 2018 तक थी लेकिन भारत के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, निर्धारित समय-सीमा तक असम में निवास करने वाले भारतीय नागरिकों को सूचीबद्ध करने का कार्य पूरा करना संभव नहीं था, इसलिए इस समयावधि को और 6 माह के लिए बढ़ाया गया है।

4: असम में इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पहली अधिसूचना 6 दिसम्बर, 2013 में जारी की गई थी। सरकार ने इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए तीन साल का समय निर्धारित किया था लेकिन अब तक सरकार ने इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निर्धारित समयावधि में पाँच बार विस्तार किया है।

5: 80 के दशक में अखिल असम छात्र संघ ने अवैध तरीके से असम में रहने वाले लोगों की पहचान करने तथा उन्हें वापस भेजने के लिए आन्दोलन शुरू किया।

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