मोदी सरकार को काले धन पर मिली बड़ी सफलता , स्विस बैंक के 50 भारतीय खाता धारकों के नामों का खुलासा
मोदी सरकार ने कालेधन के खिलाफ कार्रवाई की दिशा में स्विस बैंक खाताधारकों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया गया है। इसमें 50 भारतीय भी शामिल हैं। स्विस सरकार के अधिकारियों ने इन खातों की जानकारी भारत को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की है। स्विस सरकार से हुए समझौते के मुताबिक वह भारत को इस बात की जानकारी देगा कि उसके यहां किसका कितना पैसा जमा है। इसके तहत इन खाताधारकों की जानकारी साझा की जा रही है। इसी क्रम में कुछ नामों को साझा भी किया गया।
जिन लोगों के स्विस बैंक में खाते हैं उनमें प्रौद्योगिकी, रियल एस्टेट, वित्तीय सेवा,पेंट, टेलीकॉम सेक्टर, गृह सज्जा, कपड़ा, इंजीनियरिंग सामान और रत्न आभूषणों के कारोबार से जुड़े लोग हैं। स्विस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने मार्च से अब तक करीब 50 भारतीय खाताधारकों को नोटिस देकर जानकारी भारत को सौंपने के खिलाफ अपील का मौका भी दिया है।
स्विस सरकार ने अपने कानून के तहत पूरे नाम की जगह कुछ खाता धारकों के नाम के शुरुआती अक्षर , राष्ट्रीयता और जन्म तिथि बताई हैं। जैसे एनएमए, एमएमए, पीएएस, आरएएस, एबीकेआई, पीएम, एडीएस, जेएनवी, जेडी, एडी आदि।
स्विस सरकार ने कुछ खाताधारकों के पूरे नाम भी बताए हैं। इनमें कृष्ण भगवान रामचंद, कल्पेश हर्षद किनारीवाला, पोतलूरी राजामोहन राव, कुलदीप सिंह ढींगरा, भास्कराण नलिनी, ललिताबेन चिमनभाई पटेल, संजय डालमिया, पंकज कुमार सरावगी, अनिल भारद्वाज, रतन सिंह चौधरी आदि शामिल हैं।