दादाभाई नौरोजी को ब्रिटिश और ब्रिटेन दोनों के द्वारा सम्मानित किया गया था । इसी कारण से उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में एक बार या दो बार नहीं बल्कि तीन बार यानी 1886, 1893 और 1906 में चुना गया था।