संयुक्त राष्ट्र ने भी अमित शाह के CAA फैसले पर इस तरह लगाई मुहर

इस समय नागरिकता संशोधन अधिनियम CAA को लेकर देश में हंगामा मचा हुआ है. अराजक तथा उन्मादी तत्व CAA के विरोध में देश को हिंसा की आग में झोंकने की साजिशों को अंजाम देने में लगे हुए हैं. लेकिन भारत की मोदी सरकार ने जिस उद्देश्य के लिए CAA लागू किया है, उस पर अब एक तरह से संयुक्त राष्ट्र ने भी अपनी मुहर लगा दी है. संयुक्त राष्ट्र ने एक ऐसी रिपोर्ट जारी की है वो गृहमंत्री अमित शाह के उस दावे का समर्थन करती है, जिसके लिए उन्होंने CAA लागू किया है. अब भारत के उन लोगों को ये रिपोर्ट पढने की जरूरत है जो CAA के विरोध में देश को दंगे की आग में झोंक रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में जब से इमरान खान की सरकार बनी है तब से अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित करने के मामले बढ़े हैं. संयुक्त राष्ट्र में महिलाओं की स्थिति पर सीएसडब्ल्यू ने पाकिस्तान : धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है. 47 पन्नों की इस रिपोर्ट में खुलासा किया गया है इपाकिस्तान की इमरान खान सरकार अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दे रही है. गृहमंत्री अमित शाह ने भी यही कहा है कि पाकिस्तान में गैर मुस्लिमों को प्रताड़ित किया जाता है, जिन्हें भारत की नागरिकता देने के लिए उनकी सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम लागू किया है।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई समुदाय को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जा रहा है. हर साल इन दोनों समुदाय की सैकड़ों महिलाओं को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है. इन महिलाओं का धर्म परिवर्तन कराकर जबरन मुस्लिम पुरुषों के साथ शादी करने पर मजबूर किया जाता है. शादी होने के बाद अपहरणकर्ताओं की ओर से गंभीर धमकियां दी जाती हैं, जिसके बाद पीड़ित महिलाएं फिर कभी अपने परिवार से मिल भी नहीं पाती हैं. सीएसडब्ल्यू ने अपनी रिपोर्ट में बच्चों से बातचीत का भी जिक्र किया है. बातचीत के दौरान बच्चों ने स्वीकार किया है कि उन्हें शिक्षकों व सहपाठियों द्वारा अपमानित किया जाता है।