शिक्षक दिवस : Maths में फेल होना बना जीवन का टर्निंग पॉइंट, आज इनकी किताब से पढ़ाते हैं शिक्षक
आज बात करते हैं ऐसे व्यक्ति की जो कभी गणित में फेल हुए थे, परीक्षा में असफल होना उनके लिए जीवन का टर्निंग पॉइंट बन गया वो व्यक्ति है श्री के. सी. सिन्हा जी | आज की स्थिति ये है कि आज उनकी लिखी गणित की किताबों से शिक्षक पढ़ाते हैं |
ये बात जानकर आपको आश्चर्य होगा कि कैलकुलस और अलजेब्रा जैसी किताबें लिखने वाले के सी सिन्हा गणित में फेल कर गए थे। यह बात तब की है, जब वह बचपन में अपने आगे की पढ़ाई करने के लिए जिला स्कूल आरा में प्रवेश परीक्षा देने गए थे। पहली बार में असफल होने के बाद वे दूसरी बार मेहनत कर प्रवेश परीक्षा पास कर गए।
उनका कहना है कि, फेल होने वाली बात मेरे जीवन के लिए सबसे बड़ी टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। गणित में फेल होने की बात दिल पर लग गई। आज 60 से अधिक किताबें लिख चुके केसी सिन्हा बताते हैं कि शुरुआत में क्लास में मेरी रैंक अच्छी नहीं आती थी लेकिन फिर अथक मेहनत से मैंने अपनी रैंकिंग सुधारी।
महज 28 वर्ष की उम्र में कैलकुलस से प्रसिद्धि पाने वाले केसी सिन्हा ने उन कठिनतम सवालों को अपने किताब का आधार बनाया जिसमें वह फंसते थे। वे बताते हैं कि बच्चों के मनोविज्ञान को समझते हुए पढ़ाता हूं। मेरी किताबों की भी यही खासियत है इसमें स्टूडेंट की क्वेरी के हिसाब से चैप्टर बने हैं।
इसने उन्हें इतनी बड़ी कामयाबी दिलाई की आज भी मैथ्स में सफलता पाने के लिए हर छात्र को यही सीख दी जाती है कि केसी सिन्हा की किताब पढ़ो। अभी वह पटना साइंस कॉलेज के प्रिंसिपल है । वे बताते हैं कि वह ग्रामीण छात्रों को पढ़ाने के लिए वीडियो लेक्चर भी देते हैं। गांव में चूंकि कोई सुविधा नहीं है इसलिए वहां के बच्चों से जुडऩा चाहते हैं और गरीब बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।
के सी सिन्हा जी की कहानी से हम सभी को ये प्रेरणा मिलती है कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है | एक उद्देश्य एवं मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करना संभव है |