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ओमान के सुल्तान काबूस सईद के निधन पर भारत ने घोषित किया एक दिन का राष्ट्रीय शोक

ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद  का शनिवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. भारत के मित्र देश में शामिल ओमान के सुल्तान की मौत पर गृह मंत्रालय ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है. भारत में सोमवार 13 जनवरी को एक दिन का राष्ट्रीय शोक रखा जाएगा और इस दौरान भारतीय ध्वज आधे झुके रहेंगे. इस दौरान कोई भी आधिकारिक कार्यक्रम नहीं किया जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें क्षेत्रीय शांति का प्रतीक बताया था.

प्रधानमंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा था, महामहिम सुल्तान काबूस बिन सईद अल सईद के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है. वह एक दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने ओमान को एक आधुनिक और समृद्ध राष्ट्र में बदल दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुल्तान काबूस भारत के सच्चे दोस्त थे और उन्होंने भारत तथा ओमान के बीच साझेदारी को मजबूत बनाने में सशक्त भूमिका निभाई.

बता दें कि सुल्तान काबूस के चचेरे भाई हैसम बिन तारिक ने देश के नए शाह के रूप में शपथ ली है. ओमान की सरकारी एजेंसी ने ट्वीट करते हुए कहा, हैसम बिन तारिक ने देश के नए सुल्तान के रूप में शपथ ली. परिवार ने आपस में बातचीत के बाद उन्हीं को नया शासक बनाने का फैसला लिया, जिन्हें सुल्तान ने चुना था. मौत से पहले पूरी दुनिया के लिए एक लिफाफे में ‘सस्पेंस’ छोड़ गए ओमान के सुल्तान।

बता दें कि सुल्तान काबूस का जन्म 18 नवंबर 1940 को सलालाह में हुआ था. वह अल बू सईद वंश के वंशज थे. बताया जाता है कि सुल्तान काबूस की पढ़ाई भारत और सैंडहर्स्ट की रॉयल मिलिट्री एकेडमी में हुई थी. सईद ने 1970 में अपने पिता सईद बिन तैमूर का तख्तापलट कर ओमान की बागडोर अपने हाथ में ली थी. पांच साल के शासन में सईद ने ओमान को गरीबी से निकालकर विकास की पटरी पर लाकर खड़ा कर दिया. सईद ने तेल के भंडारों के जरिए खाड़ी में अपना अलग मुकाम बनाया और दुनिया भर के देशों के साथ आपसी रिश्ते मजबूत किए.