भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के अभिभाषण की बड़ी बातें
आज देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण की शुरुआत में सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार जाति-धर्म से मुक्त होकर काम करेगी। उन्होंने तीन तलाक, हलाला जैसी कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए सांसदों का सहयोग मांगा। उन्होंने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल को गरीबों, किसानों और जवानों के लिए समर्पित बताया।
उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल पूरे होने तक हम विकास के नए मानकों को हासिल कर लेंगे। आतंकवाद का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आज आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया भारत के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि साल 2022 तक देश के किसान की आय दोगुनी हो सके, इसके लिए पिछले 5 वर्षों में अनेक कदम उठाए गए हैं। देशवासियों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी करते हुए, अब सरकार उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप एक सशक्त, सुरक्षित, समृद्ध और सर्वसमावेशी भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रही है। यह यात्रा ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की मूल भावना से प्रेरित है।