कोरोना के इलाज में क्यों प्रयोग की जा रही है मलेरिया की दवा, जानें
Covid 19 के संकट से पूरी दुनिया जूझ रही है और इसी बीच मलेरिया की दवा हैड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की डिमांड अचानक बहुत बढ़ गयी है। आपको बता दें कि भारत इस दवा का सबसे बड़ा निर्यातक है।
शोध में यह बात सामने आई है कि यदि कोरोना के मरीज को हैड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के साथ कुुुछ विशेष तरह की एंटीबायोटिक जैसे अज़ीथ्रोमाईसिन दी गयी तो उनकी सेहत में कुछ सुधार देखने को मिला। हालाँकि दवा के इस कॉम्बिनेशन से सभी मरीजो को समान रूप से लाभ नहीं मिला। इसके साथ ही कुछ एंटीवायरल दवाइयों का भी प्रयोग किया जा रहा है जो सामान्यतः Hiv के मरीजों द्वारा प्रयोग की जाती हैं।
आपको बता दें कि अभी तक कोरोना का कोई स्थाई इलाज नहीं मिल सका है और ऐसा माना जा रहा है कि इसकी वैक्सीन आने में कम से कम 18 महीनों का समय भी लग सकता है। मलेरिया की इस दवाई के कई साइड इफ़ेक्ट भी हैं इसिलए इसे बिना चिकित्सक के परामर्श के प्रयोग करना खतरनाक भी हो सकता है।