क्या आप जानते हैं कि भारत के पहले थल सेना अध्यक्ष कौन थे ?
जनरल राजेंद्र सिंह जी
राजिंदर सिंह (3 अक्टूबर 1911 – मई 1994) एक भारतीय सेना प्रमुख जनरल और द्वितीय लोकसभा (भारतीय संसद के निचले सदन) के सदस्य थे। सेना में उनका उपनाम ‘स्पैरो’ पड़ा था। उन्होंने भारतीय सेना की विभिन्न इकाइयों में 3 अक्टूबर 1932 से 31 जनवरी 1938 तक कार्य किया। बाद में वे भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में शामिल हुए और भारतीय सेना 1 फरवरी 1938 को अपरेटेड लिस्ट में शामिल हुए। अगले साल उन्हें ,द किंग्स रेजिमेंट (लिवरपूल),जो एक ब्रिटिश सेना रेजिमेंट थी ,में , उत्तर पश्चिम सीमा पर तैनात किया गया।
24 फरवरी 1 9 3 9 को उन्हें भारतीय सेना की 7 वीं लाइट कैविलरी में शामिल किया गया।30 अप्रैल 1939 को वे पदोन्नत हो कर लेफ्टिनेंट बने और उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपनी सेवाए दी। उन्होंने 1 9 47 में भारत के विभाजन पर भारतीय सेना का विकल्प चुना और सितंबर 1 9 47 से मई 1 9 4 9 तक 7 वीं लाइट कैवलरी की कमान संभाली। 1 9 47 के भारत-पाकिस्तानी युद्ध के दौरान पहली बार उन्हें भारत के दूसरे सबसे बड़े सैन्य सम्मान , दो महावीर चक्रों से सम्मानित किया गया।