कॉमनवेल्थ गेम्स का बहिष्कार करेगा भारत, जानें क्या है कारण

कॉमनवेल्थ गेम्स कुछ ऐसे राष्ट्रों के बीच होने वाली प्रतिस्पर्धा है, जहां पर कभी अंग्रेजी हुकूमतें हुआ करती थीं। इस खेल आयोजन में भारत ने कई मेडल्स अपने नाम किये हैं जिनमे से सर्वाधिक गोल्ड मैडल भारत को निशानेबाजी के खेल में मील थे।

लेकिन इस बार सभी देशों ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि निशानेबाजी की प्रतिस्पर्धा को कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल नहीं करेंगे। इस फैसले का विरोध भारत ने किया लेकिन ऐसा नहीं लगता कि अन्य देश भारत के दबाव में इसे कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल करने के मूड में हैं।

इसी कारण भारत ने यह निर्णय लिया है कि वह इस बार के कॉमनवेल्थ गेम्स का भहिष्कार कर सकता है। विश्व की सबसे बड़ी इकोनॉमी में से भारत भी एक है और वह कामनवेल्थ गेम्स के आयोजन में हर साल काफी पैसे भी खर्च करता है। पिछले समारोह में भारत गोल्ड मैडल में तीसरे नंबर पर था।

इस बार कॉमनवेल्थ का आयोजन बरमिंघम में होगा। भारत के इस फैसले से अन्य सभी खिलाड़ियों का भी नुक्सान होगा लेकिन भारत ने यह स्पष्ट किया है कि अगर निशानेबाजी की प्रतियोगिता नहीं शामिल की गई तो भारत अपना कड़ा रुख बरकरार रखेगा।