उत्तर प्रदेश की 17 जातियों को अनुसूचित कैटेगरी में शामिल किया गया
उत्तर प्रदेश सरकार ने 17 जातियों को अनुसूचित श्रेणी में शामिल किया है। अब इन सभी जातियों को इसका लाभ मिल सकेगा। इन जातियों में मल्लाह, कहार, कश्यप, केवट, कुम्हार, निषाद, बिंद, भर, प्रजापति, धीवर, राजभर जैसी जातियाँ शामिल हैं।
सभी जिलाधिकारियों को इन जाति के परिवारों को प्रमाण पत्र देने का आदेश दे दिया गया है। राज्यपाल ने अधिनियम 1994 की धारा 13 के अंतर्गत संशोधन करके यह निर्णय लिया है।
पिछले लगभग 20 सालों से इन सभी जातियों को अति पिछड़े वर्ग में शामिल करने की कोशिशें की जा रही थीं। सपा और बसपा सरकार में इसे मंजूरी भी मिली लेकिन धीरे धीरे प्रक्रिया ठंडे बस्ते में जा पहुंची। राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद इसे तेजी से लागू करने की कोशिश की जा रही थी।
इन्हें अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के पीछे तर्क यह दिया गया है कि इनकी शिक्षा, सामाजिक और आर्थित स्थित अत्यधिक निम्न स्तर की है, जो अनुसूचित जाति में शामिल होने की सभी शर्तें पूरी करती है।