सबसे कम समय के मुख्यमंत्रियों में शामिल हुए फड़नवीस, इन नेताओं का भी रहा सबसे कम कार्यकाल
महाराष्ट्र में 23 नवंबर शनिवार की सुबह दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले भाजपा नेता देवेन्द्र फडणवीस ने 26 नवंबर मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस बीच वे लगभग 80 घण्टे के लिये प्रदेश के सीएम रहे। इसी के साथ वे देश के सबसे कम समय के लिये मुख्यमंत्री बनने वाले नेताओं की लिस्ट में शामिल हो गये। महाराष्ट्र की बात करें तो उनसे पहले 1963 में कांग्रेस नेता पीके सावंत का नाम भी इस सूची में शामिल है, जो सिर्फ 9 दिन के लिये सीएम बने थे। वे 25 नवंबर से 4 दिसंबर तक के लिये मुख्यमंत्री बने थे। आइये जानते हैं, उनके अलावा कौन-कौन नेता सबसे कम समय के लिये मुख्यमंत्री पद पर रहे हैं।
देवेन्द्र फडणवीस : महाराष्ट्र की सियासत में 52 साल बाद ऐसा हुआ था जब 49 साल के फडणवीस ने 5 साल का कार्यकाल पूरा करके दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, हालांकि दूसरी बार उनका कार्यकाल चंद घण्टों का ही रहा।
पीएक सावंत : महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता पीके सावंत का नाम भी इस सूची में शामिल है, जो वर्ष 1963 में सिर्फ 9 दिन के लिये सीएम बने थे। वे 25 नवंबर से 4 दिसंबर तक के लिये मुख्यमंत्री बने थे।
जगदंबिका पाल : उत्तर प्रदेश में 1998 में जगदंबिका पाल 21 से 23 फरवरी तक यानी कुल 44 घण्टों के लिये मुख्यमंत्री बने थे।
बीएस येदीयुरप्पा : पिछले साल यानी वर्ष 2018 में कर्नाटक के भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदीयुरप्पा भी सबसे कम समय के मुख्यमंत्रियों सूची में शामिल हैं। वे 17 से 19 मई तक 55 घण्टे के लिये कर्नाटक के सीएम बने थे।
बीएस येदीयुरप्पा इससे पहले वर्ष 2007 में भी 12 से 19 नवंबर तक के लिये कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे।
ओमप्रकाश चौटाला : हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला भी 1990 में 12 से 17 जुलाई के दौरान कुछ घण्टों के लिये मुख्यमंत्री बने थे।
नीतिश कुमार : बिहार में वर्ष 2000 के दौरान नीतिश कुमार 3 से 10 मार्च तक मुख्यमंत्री रहे थे।
एससी मारक : इस लिस्ट में मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री एससी मारक का नाम भी शामिल है, जो वर्ष 1998 में 27 फरवरी से 10 मार्च तक मेघालय के सीएम रहे थे।