तेल आपूर्ति के छेत्र में सऊदी अरब और भारत सरकार में हुआ बड़ा करार
सऊदी अरब और भारत सरकार के रिश्तों को आगे बढ़ाते हुए दोनों सरकारों ने आपस में एक बड़ा करार किया है भारत सरकार के अनुसार सऊदी अरब की सबसे बड़ी तेल कंपनी आरमको को भारत में अपना संयंत्र स्थापित करने के लिए जमीन दी जायेगी |ईरान पर बैन के बाद तेल की आपूर्ति भारत के लिए चिंता का बड़ा कारण है, किन्तु सऊदी अरब ने भारत को तेल की निर्बाध आपूर्ति का आश्वासन दिया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार , महाराष्ट्र में 60 अरब डॉलर की तेल रिफाइनरी पर कार्य करने के लिए सऊदी अरब की सरकारी कंपनी अरामको और भारतीय सार्वजनिक उपक्रम की तेल कंपनियों के बीच बड़े अनुबंध पर दस्तखत हुए हैं |
सऊदी अरब के वाणिज्य मंत्री माजिद बिन अब्दुल्ला अल कसाबी ने गुरुवार को इस बारे में गेंद को भारत के पाले में डालते हुए कहा कि जैसे ही भारत की तरफ से ज़मीन आवंटित कर दी जाएगी, इस पर काम आरंभ हो जाएगा। सऊदी वाणिज्य मंत्री ने कहा कि, ‘जहां तक अवसरों का प्रश्न है, हमने अरामको से शुरुआत की है। इसने रिफाइनरी बनाने का निर्णय लिया और ये बहुत बड़ा निवेश है. ये एक प्रतिबद्धता है। हम भारत सरकार की तरफ से जमीन को चुनने कि प्रतीक्षा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम समझ सकते हैं जैसे कि पीएम मोदी ने कहा है कि प्रदेश में नई सरकार चुनी गई है, ऐसे उन्हें उम्मीद है कि ज़मीन जल्द ही आवंटित हो जाएगी। ये 35 अरब डॉलर के निवेश का आगाज़ है। पहले ये प्रोजेक्ट महाराष्ट्र के रत्नागिरी में बनने वाला था। किन्तु बाद में इसे रायगढ़ में स्थापित करने का फैसला लिया गया।