भारतीय भ्रूण विज्ञान का पिता किसे कहते हैं ?
प्रो. पी. माहेश्वरी
भारत में भ्रूणविज्ञान का जनक या पिता “प्रो. पंचानन माहेश्वरी (prof. P. maheshwari)” को कहा जाता है | ये एक भारतीय वैज्ञानिक है जिनका जन्म राजस्थान राज्य के जिला जयपुर में हुआ था | Panchanan Maheshwari एक बहुत बड़े वनस्पति शास्त्री थे उनके आविष्कार से वनस्पति जगत में मानो एक नयी दिशा में गति की हो |वनस्पति विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत उच्चवर्गीय पौधों की जनन सम्बन्धी प्रक्रियाएँ जैसे – युग्मकजनन , परागण , निषेचन , भ्रूण , परिवर्धन और बीज तथा फल निर्माण का अध्ययन किया जाता है उसे भ्रूण विज्ञान या भ्रुणिकी (एम्ब्रियोलॉजी) कहते है।
भारत में प्रो. पंचानन माहेश्वरी (prof. P. maheshwari) को “भ्रूण विज्ञान का जनक” कहा जाता है। प्रोफेसर माहेश्वरी द्वारा लिखित पुस्तक “एन इंट्रोडक्शन टू दी एम्ब्रियोलोजी ऑफ़ एन्जियोस्पर्म्स” (an introduction to the embryology of angiosperms 1950) आज भी एक महत्वपूर्ण सन्दर्भ पुस्तक के रूप में स्थापित है। उनके द्वारा सम्पादित अन्य पुस्तक “रिसेन्ट एडवांसेज इन दी एम्ब्रियोलोजी ऑफ़ एंजियोस्पर्म्स” (recent advances in embryology of angiosperms 1963) भ्रूण विज्ञान सम्बन्धी महत्वपूर्ण प्रकाशन माना जाता है।