पाकिस्तान का समर्थन करने पर तुर्की और मलेशिया को भारत का करारा जवाब
मलेशिया और तुर्की सरकार का कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ देना भारत सरकार को नागवार गुजरा है और सरकार ने इस हिमाकत का जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है । भारत सरकार ने इसकी पूरी योजना बना ली है। भारत तुर्की और मलेशिया का हुक्का-पानी बंद कर देगा। सरकार के अनुसार मलेशिया और तुर्की से बड़े पैमाने पर होने वाले आयात को बंद कर दिया जायेगा। भारत सरकार के वाणिज्य और रसद मंत्रालय के अधिकारियों ने देश के कुछ बड़े इम्पोर्टर्स के साथ मिलकर तुर्की और मलेशिया से होने वाले आयात की समीक्षा की और उनके विकल्पों पर विचार किया। सरकार ने इम्पोर्टर्स से आग्रह किया है कि मलेशिया और तुर्की को नये ऑर्डर जारी न किये जायें। उनकी जगह इंडोनेशिया, यूक्रेन और अर्जेंटीना से व्यापार को बढ़ाया जाये।
सरकार और इंडस्ट्री के सूत्रों का कहना है भारत मलेशिया से पाम ऑइल के इंपोर्ट को सीमित करने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा कई अन्य उत्पादों के इंपोर्ट पर भी पाबंदियां लगाई जा सकती हैं। मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की इस संबंध में हाल ही में हुई मीटिंग के बारे में जानकारी रखने वाले एक सरकारी और एक इंडस्ट्री से जुड़े सूत्र ने ऐसी प्लानिंग की पुष्टि की है। सूत्र ने प्रस्ताव को मंजूरी मिलने तक नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि मलेशिया के पीएम महातिर मोहम्मद के पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र में दिए बयान पर भारत को कड़ा ऐतराज है।
भारत सरकार मलेशिया सरकार को अपनी नाराजगी जाहिर करना चाहती है। दुनिया में एडिबल ऑइल का भारत सबसे बड़ा आयातक देश है। ऐसे में यदि भारत पाम ऑइल का आयात बंद करता है तो उसके मलेशिया के कारोबार पर बड़ा बड़ा असर होगा। भारत में एडिबल ऑइल के कुल आयात में करीब दो तिहाई हिस्सा पाम ऑइल का ही है। हर साल भारत करीब 90 लाख टन पाम ऑइल की खरीद करता है, यह आयात मुख्य तौर पर इंडोनेशिया और मलेशिया से ही किया जाता है। इस साल के शुरुआती 9 महीनों यानी सितंबर तक भारत मलयेशिया से पाम ऑइल आयात करने वाला नंबर वन देश था।
अब भारत ने मलेशिया को करारा जवाब देते हुए उससे आयात पर रोक लगाने का फैसला लिया है। भारत उसके विकल्प के तौर पर इंडोनेशिया, अर्जेंटीना और यूक्रेन से आयात बढ़ाने पर विचार कर रहा है।