प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर ट्रस्ट में बन सकते हैं अध्यक्ष ,ट्रस्ट गठन के लिए सरकार हुई सक्रिय |
अयोध्या मंदिर प्रकरण में फैसला आने के बाद राम मंदिर ट्रस्ट के गठन की प्रक्रिया तेज हो गयी है | कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद इस संबंध में जल्द मंत्रिमंडल में प्रस्ताव लाएंगे. चूंकि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले पर अपने फैसले के तीन महीने के भीतर ट्रस्ट गठित करने का निर्देश दिया और संसद सत्र भी 18 नवंबर से शुरू होना है इसलिए सरकार इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करना चाहती है.
राम मंदिर ट्रस्ट का गठन पूरी तरह से केंद्र सरकार करेगी. दिलचस्प बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के सदस्य तो हैं, लेकिन इसके अध्यक्ष नहीं. हालांकि अधिक संभावना है कि राम मंदिर ट्रस्ट की अध्यक्षता मोदी करेंगे और वह आजीवन सदस्य होंगे. जहां सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट में आठ सदस्य हैं, वहीं राम मंदिर ट्रस्ट में अधिक ट्रस्टी होंगे.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ऑन रिकॉर्ड कह चुके हैं कि राम मंदिर निर्माण संघ का काम नहीं, लेकिन यह राम मंदिर ट्रस्ट गठन के लिए निश्चित रूप से सरकार को सुझाव देगा. सबसे अधिक संभावना है कि ट्रस्ट का आकार विशाल होगा, जिसमें प्रधानमंत्री शीर्ष पर होंगे.