जानिए – मोदी की किस कूटनीतिक चाल ने चीन को दी मात
प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति की तारीफ पूरी दुनिया करती है और इस बार मोदी की एक कूटनीतिक चाल से चीन के मंसूबों पर पानी फिर गया |काफी समय से चीन बांग्लादेश के माध्यम से बंगाल की खाड़ी में अपनी संप्रभुता स्थापित करने की कोशिश में लगा हुआ है और इस काम से वह हमेशा के लिए भारत और सभी पडोसी देशों को दबाव में लेना चाहता है |लेकिन मोदी सरकार की कूटनीतिक चाल के आगे चीन की एक भी न चली | बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के दौरे पर मोदी सरकार ने बहुत ही दूरगामी परिणाम वाला रणनीतिक समझौता किया है जिससे चीन की सभी चाल नाकाम हो गयी |
यह समझौता भारत के रणनीतिक हितों को देखते हुए दूरगामी असर वाला साबित होगा। यह समझौता है भारत की तरफ से ढाका को तटीय निगरानी राडार तंत्र मुहैया कराना। भारत इससे ना सिर्फ बांग्लादेश को एक प्रभावशाली सुरक्षा घेरा दे सकेगा बल्कि बंगाल की खाड़ी से लेकर अपने समूचे पूर्वी तट की निगरानी भी बेहतर तरीके से कर सकेगा। चीन की तरफ से भी बांग्लादेश को इस तरह का निगरानी तंत्र देने की कोशिश हो रही थी। वर्ष 2016 में चीन के राष्ट्रपति शी शिनफिंग जब ढाका गये थे तब उन्होंने बांग्लादेश की समुद्री सुरक्षा की बात कही थी।
बता दें कि इस तरह की व्यवस्था भारत ने अपने पूर्वी तट पर स्थित देश मालदीव को भी दी है। भारत बांग्लादेश को कई तरह के रक्षा उपकरण भी बेचना चाहता है और इसके लिए 50 करोड़ डॉलर की राशि बतौर कर्ज भी उपलब्ध कराई गई है।