भारत में अब डॉक्टर बनना हुआ सस्ता, राष्ट्रपति ने दी विधेयक को मंजूरी
भारत ने चिकित्सकों की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है, जिस कारण पिछड़े इलाकों में आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराना सरकार के लिए एक चुनौती बन चुका है। इसी को ध्यान में रखते हुए हाल ही में राष्ट्रपति रमानाथ कोविंद ने राष्ट्रीय मेडिकल आयोग बिल को मंजूरी दे दी है।
इस बिल के अंतर्गत मेडिकल की पढ़ाई के लगने वाली फीस कम की जाएगी और इसके साथ ही दाखिले के लिए तमाम जटिलताओं का सामना भी अब नहीं करना पड़ेगा।
अब एमबीबीएस में दाखिले के लिए केवल एक ही परीक्षा पूरे देश मे होगी।
विदेश से पास करके आए एमबीबीएस डॉक्टरों को यहां एग्जिट परीक्षा पास करनी होगी।
अभ्यर्थियों को अलग अलग कॉलेजों के चक्कर काटने से छुटकारा मिल जाएगा।
एमबीबीएस के अंतिम रिजल्ट के आधार पर परास्नातक में दाखिले लिए जाएंगे।
सरकार का मानना है कि ऐसा करने से देश मे डॉक्टरों की कमी को दूर किया जा सकेगा और इसके साथ ही मेडिकल की पढ़ाई में हो रही धांधली पर भी लगाम लगाया जा सकेगा।