इस दीवाली भारत में बने सामानों का रहा बोलबाला, चीनी सामानों की बिक्री में 60 फीसदी गिरावट
चीन में बने सामान के बहिष्कार के चलते इस बार दीवाली में भारतीयों ने अपने देश में बने सामान को वरीयता दी जिसके चलते चीन के बने सामान की डिमांड इस दीवाली बहुत कम हो गयी |
कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने दावा किया है कि इस दिवाली देश में चीनी वस्तुओं की बिक्री में 60 फीसदी तक गिरावट हुई है। कैट के मुताबिक, पिछले वर्ष दिवाली पर चीनी वस्तुओं का करीब 8000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था, जबकि इस साल दिवाली के दौरान देश में लगभग 3200 करोड़ रुपये का चीनी वस्तुओं का कारोबार हुआ। कैट ने दिवाली के दौरान 21 शहरों में किए सर्वें के बाद यह दावा किया।
कैट ने कहा कि सर्वेक्षण के दौरान लगभग 85 फीसदी व्यापारियों ने कहा कि उन्होंने इस दिवाली पर चीनी उत्पादों की बिक्री में गिरावट देखी, जबकि 15 फीसदी का मानना था कि भारत में अभी भी चीन के सामान का बाजार है। चीनी उत्पादों की बिक्री में यह जबरदस्त गिरावट भारतीय उपभोक्ताओं के बदलते खरीद व्यवहार को दर्शाता है। कैट ने पिछले साल चीनी उत्पादों के बहिष्कार का एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया था, जिससे चीनी सामानों की बिक्री में लगभग 30 फीसदी की गिरावट देखी गई थी।
खंडेलवाल ने बताया कि इस साल हमने दिवाली पर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए जुलाई में ही देशभर के व्यापारियों और आयातकों को अग्रिम सलाह दी थी। इसके परिणामस्वरूप आयातकों ने चीन से बेहद कम आयात किया और दूसरी तरफ व्यापारियों ने भी स्वदेशी सामान खरीदने पर ज्यादा जोर दिया।