अच्छी खबर :- भारत में बनी BIS स्टैंडर्ड बुलेट प्रूफ जैकेट सबसे सर्वोत्तम
केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया कार्यक्रम अब अपना रंग दिखाने लगा है | उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय बीआईएस मानकों के अनुसार निर्मित बुलेट प्रूफ जैकेट सुरक्षित, हल्का, लगभग 50 फीसदी सस्ता है और इसका निर्यात भी किया जा रहा है. बुलेट प्रूफ जैकेट पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) मानक के बनने के कारण भारत अब अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों की चुनिंदा उन देशों की कतार में आ गया है, जिनके पास अपना खुद का राष्ट्रीय मानक है.
पासवान ने संवाददाताओं से कहा कि बीआईएस ने बुलेट प्रूफ जैकेट पर एक राष्ट्रीय मानक तैयार किया है, जिससे ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा मिलेगा. यह जैकेट दुनिया में सबसे अच्छी गुणवत्ता का है और वजन में भी यह हल्का है, जो हमारे जवानों के लिए सुविधाजनक है. इन जैकेटों की कीमतें 50 फीसदी सस्ती हैं. नतीजतन, इनका अधिक मात्रा में निर्यात हो रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह के 3.5 लाख जैकेट्स की मांग है.
उन्होंने कहा कि यह जैकेट सभी मापदंडों पर बेहतर है. बेहतर सुरक्षा तंत्र के लिहाज से यह बेहतर गुणवत्ता का है. यह हल्के वजन के साथ-साथ 50 फीसदी तक सस्ता है. इन जैकेटों का वजन 5.5 किलोग्राम से 10 किलोग्राम तक होता है, जो अन्य जैकेट की तुलना में लगभग आधा होता है और इसमें त्वरित रिलीज सिस्टम भी होता है. कीमतें लगभग 70,000 रुपये प्रति जैकेट का हैं.
बीआईएस मानक को गृह मंत्रालय और नीति आयोग के निर्देश पर तैयार किया गया है. इन मानकों से भारतीय सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस बलों की लंबे समय से लंबित जरूरतों को पूरा होने की उम्मीद है और उनकी खरीद प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने में मदद मिलेगी. फिलहाल, दो सार्वजनिक उपक्रम मिश्र धातु निगम लिमिटेड (मिधानी-हैदराबाद) और आर्डिनेन्स क्लोदिंग फैक्टरी (अवाडी) और निजी कंपनी एसएमपीपी (पलवल) एमकेयू (कानपुर), स्टारवायर (फरीदाबाद) बीआईएस मानदंडों के अनुसार बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण कर रहे हैं. सीआरपीएफ, बीएसएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ, एनएसजी सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों ने भारतीय मानकों के अनुसार बुलेट प्रूफ जैकेटों की खरीद की प्रक्रिया शुरू की है.