मोदी ने राहुल गांधी को दी बड़ी जिम्मेदारी, क्या राहुल कर पायेंगे ये काम
केंद्र सरकार ने संसद में कुछ स्थाई समितियों का पुनर्गठन किया है। लोकसभा और राज्यसभा में अलग-अलग विभागों के लिए बनाई गई कमेटियों में विपक्ष के नेताओं को भी जगह दी गई है। इन समितियों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मंजूरी भी दे दी है। लोकसभा में कुल 24 स्थाई समितियां हैं। इनमें से 13 के अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी से हैं। वहीं कांग्रेस के तीन अध्यक्ष हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। लोकसभा और राज्यसभा के लिए बनाई गईं कई स्थाई समितियों में मोदी सरकार ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को जगह दी है। इनमें कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी का नाम नहीं है लेकिन मनमोहन सिंह के लिए राज्यसभा की समितियों में जगह छोड़ी गई है। वहीं चिदंबरम को विदेश मामलों की समिति का सदस्य बनाया गया है। ये स्थाई संसदीय समितियां अपने विभागों के कामकाज की समीक्षा करती हैं और उसकी रिपोर्ट सदन में रखती हैं।
मोदी सरकार ने राहुल गांधी की अहमियत समझते हुए उनको बड़ी जिम्मेदारी दे दी। पहले उनको विदेश मामलों की समिति का सदस्य बनाया गया था। हालांकि अब उनको यहां से हटाकर रक्षा मामलों की स्थाई समिति का सदस्य बना दिया गया है।