आखिर किन कारणों से गांधी परिवार से हटाई गई एसपीजी सुरक्षा
केंद्र सरकार ने गाँधी परिवार से एसपीजी सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है और सरकारी सूत्रों के अनुसार इसके फैसले के पीछे कई कारण है अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी इसके पीछे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने पिछले कई बरसों में सैकड़ों बार बुलेट-प्रतिरोधी(बीआर) वाहनों का इस्तेमाल नहीं किया और वे अपनी ज्यादातर विदेश यात्राओं पर एसपीजी कमांडो को साथ नहीं ले गये।सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी का विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) का सुरक्षा घेरा हटाने के सरकार के फैसले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने यह खुलासा किया। उन्हें पेश आ सकने वाले खतरों के विस्तृत आकलन के बाद यह फैसला किया गया।
अधिकारी ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि 2005-2014 के दौरान कांग्रेस नेता ने देश के विभिन्न हिस्सों में गैर-बीआर वाहन में 18 यात्राएं की। वर्ष 2015 से2019 तक 1,892 मौकों पर राहुल गांधी ने गैर-बीआर वाहन में दिल्ली में यात्रा की। इसके अलावा जून 2019 तक 247 मौकों पर उन्होंने गैर-बीआर वाहन में दिल्ली से बाहर यात्रा की।
वर्ष 1991 से की गई 156 विदेश यात्राओं पर राहुल गांधी 143 मौकों पर एसपीजी अधिकारियों को साथ नहीं ले गये। इन 143 विदेश यात्राओं में ज्यादातर में उन्होंने यात्रा कार्यक्रम आखिरी क्षणों में साझा किया, ताकि एसपीजी अधिकारी यात्रा पर उनके साथ नहीं जा सकें।अधिकारी ने सोनिया गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 2015 से मई 2019 के बीच दिल्ली में यात्रा के दौरान 50 मौकों पर बीआर वाहनों का इस्तेमाल नहीं किया। इनमें से एक बार छोड़कर बाकी मौकों पर राहुल गांधी ने खुद गैर बीआर कार चलाई।
सोनिया ने पिछले पांच बरसों में (मई 2019 तक) देश में विभिन्न स्थानों की बगैर पूर्व कार्यक्रम के 13 यात्राएं की, जिस दौरान उन्होंने गैर-बीआर कारों का इस्तेमाल किया। कांग्रेस अध्यक्ष 2015 से अपनी विदेश यात्राओं पर 24 मौकों पर एसपीजी अधिकारियों को भी साथ नहीं ले गईं। अधिकारी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में बताया कि 2015 से मई 2019 तक उन्होंने दिल्ली में अपनी यात्राओं के दौरान 339 मौकों पर और देश के अन्य हिस्सों में 64 मौकों पर एसपीजी के बीआर वाहनों का इस्तेमाल नहीं किया।
प्रियंका ने 1991 से कुल 99 विदेश यात्राएं की लेकिन वह सिर्फ 21 मौकों पर एसपीजी सुरक्षा घेरे के साथ गईं। इनमें से ज्यादातर यात्राओं पर प्रियंका गांधी ने अपनी यात्रा की योजना अंतिम क्षणों पर साझा की, जिससे एसपीजी को उनकी सुरक्षा के लिये अधिकारियों को तैनात करना असंभव हो गया।