कैसे पड़ा हिन्द महासागर का नाम भारत के नाम पर ?
विश्व के पांच महासागरों में से एक हिन्द महासागर, एकमात्र ऐसा महासागर है जिसका नाम भारत के नाम पर पड़ा है। किंतु इस महासागर का नाम ही देश के नाम पर क्यों पड़ा यह विचार करने योग्य विषय है। हिन्द महासागर के नाम की उत्पत्ति के विषय में प्रत्यक्ष प्रमाण किसी के पास उपलब्ध नहीं हैं। लेकिन ऐसा माना जाता है कि इसको यह नाम भारत आए उपनिवेशियों द्वारा दिया गया है।
यह तो सभी जानते है कि प्राचीन और मध्यकालीन भारत ‘सोने की चिडि़या’ कहलाता था, जिस कारण वह विश्व के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ था, अनेक पाश्चात्य व्यापारी भारत पहुंचने वाले मार्ग की खोज में निकले, जिसमें वास्कोडीगामा को सफलता मिली और इन्होंने भारत आने वाले जलमार्ग की खोज की। आगे चलकर इस मार्ग में पश्चिमी व्यापारियों की आवाजाही बढ़ गयी तथा जैसे-जैसे भारत में व्यापारियों का आवागमन बढ़ा तो उनके मध्य संपर्क भी स्थापित होने लगा तथा इन्होंने भारत के निचले हिस्से में मौजूद महासागर को हिन्द महासागर के रूप में पुकारना प्रारंभ किया। तभी से यह हिन्द महासागर के नाम से प्रचलित हो गया। भारतीय पौराणिक ग्रन्थों (संस्कृत) में इसे रत्नाकर नाम दिया गया है।