जानिए – शेख हसीना और मोदी की मुलाक़ात से बांग्लादेश और भारत को क्या मिला
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत दौरे से भारत और बांग्लादेश के संबंधो में नया आयाम जुड़ने की उम्मीद थी और वो काफ़ी हद तक पूरी भी हुई और दोनों देशों को इसका बहुत लाभ भी मिलना भी तय है | बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी संक्षिप्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, ‘दोनों देशों ने पूरी दुनिया के सामने पड़ोसी देशों के रिश्तों का बेहतरीन उदाहरण रखा है।’
दोनो प्रधानमंत्रियों की अगुवाई में हुई वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान और इन दोनो के समक्ष किये गये सात विभिन्न समझौतों को गौर से देखा जाए तो साफ होता है कि पीएम मोदी ने उक्त बात क्यों कही थी। संयुक्त बयान और विभिन्न समझौतों का मतलब यही है कि भारत अगर अपना विशाल बाजार बांग्लादेश के लिए खोल कर उसे आर्थिक लाभ पहुंचाने को तैयार है तो पड़ोसी देश भी भारत की रणनीतिक चिंताओं को दूर करने के लिए तत्पर है।
भारत को क्या फायदा मिला :-
- पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए बांग्लादेश से एलपीजी की आपूर्ति
- बांग्लादेश की फेनी नदी से त्रिपुरा को जलापूर्ति
- पाक को अलग थलग करने के लिए सार्क की जगह बिम्सटेक को बढ़ावा
- बांग्लादेश की तटीय सुरक्षा की जिम्मेदारी यानी बंगाल की खाड़ी में चीन पर नजर
बांग्लादेश को क्या फायदा मिला :-
- घरेलू गैस भंडार के लिए भारत का तेजी से बढ़ता बड़ा बाजार
- ईलाज व शिक्षा के लिए बांग्लादेशी नागरिकों को असानी से आने जाने की सुविधा
- पोर्ट का इस्तेमाल बढ़ने से भारत से अतिरिक्त राजस्व
- उत्पादों के लिए भारत का बड़ा बाजार, विशेष आर्थिक समझौते के आसार
- जल्द से जल्द तीस्ता जल बंटवारे को लागू करने का आश्वासन