भारत को घेरने की मुहीम हुई फेल,कश्मीर पर UNSC की बैठक में चीन और पाकिस्तान को लगा जोर का झटका
केंद्र सरकार ने जब से कश्मीर में धारा 370 और आर्टिकल 35 A को ख़त्म किया है तब से पाकिस्तान पूरे विश्व समुदाय को अपने समर्थन में करने की कोशिश में लगा हुआ है जब उसे कहीं भी सफलता नहीं मिली तब उसने अपने हितैषी चीन के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अनौपचारिक बैठक बुलाकर भारत को घेरने की कोशिश की लेकिन अब कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अनौपचारिक बैठक में चीन और पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है।
इस बैठक में ज्यादातर देशों ने इसे भारत और पाकिस्तान का आंतरिक मामला बताते हुए किनारा कर लिया ,रूस ने भारत का साथ देते हुए कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बताया है। इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों और 10 अस्थाई सदस्यों ने शिरकत की। जिसमें रूस ने भारत का साथ देते हुए इस भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा बताकर भारत का पक्ष लिया। यह बैठक बंद कमरे में हुई, जिसमें सिर्फ पांच स्थायी सदस्य और दस अस्थायी सदस्यों ने ही शिरकत की।
भारत, अंतरारष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट रूप से बता चुका है कि जम्मू-कश्मीर से संविधान का अनुच्छेद 370 हटाकर विशेष दर्जा वापस लिया जाना उसका अंदरूनी मामला है और पाकिस्तान इस वास्तविकता को स्वीकार करे। कश्मीर पर पाकिस्तान के स्टैंड को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कोई खास समर्थन नहीं मिला है।
प्रमुख देशों में सिर्फ चीन से मिला समर्थन जबकि रूस, फ्रांस जैसे देशों ने पुरजोर विरोध किया। आपको बता दें कि यह बैठक अनौपचारिक थी इसका कोई रिकार्ड नहीं होता। सुरक्षा परिषद के कुल 15 देशों में अधिकांश भारत के रूख के साथ थे। 15 देशों में कम से कम 9 देशों ने अगर पाकिस्तान की मांग को समर्थन दिया होता तब कश्मीर पर औपचारिक बैठक आगे बुलाई जाती।इस बैठक में चीन के अलावा सुरक्षा परिषद के शेष चार सदस्य ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और अमेरिका चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान द्विपक्षीय स्तर पर कश्मीर मुद्दे को सुलझाएं।