भारत की वृद्धि दर
1: विश्व बैंक द्वारा जारी ‘ग्लोबल इकोनाॅमिक प्राॅस्पेक्ट्स रिपोर्ट’ के अनुसार, भारत की विकास दर 2018-19 में 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
2: विश्व बैंक द्वारा प्रस्तुत ‘ग्लोबल इकोनाॅमिक प्राॅस्पेक्ट्स रिपोर्ट’ के अनुसार, विमुद्रीकरण और वस्तु सेवा कर के कारण प्रारंभिक असफलताओं के बावजूद 2017 में भारत की विकास दर में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
3: 2018-19 में भारत की विकास दर 7.3-7.5 प्रतिशत तक पहुँचने का अनुमान है क्योंकि देश में व्यापक उभरती अर्थव्यवस्थाओं की अपेक्ष वृद्धि की क्षमता ज्यादा है। इसके चलते भारत आने वाले दशक में उच्च विकास दर प्राप्त कर सकता है।
4: वृद्धि दर बढ़ाने के लिये भारत को बढ़ाने तथा गैर-निष्पादित ऋण एवं उत्पादकता पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
5: भारत में माध्यमिक शिक्षा पूर्णता दर के क्षेत्र में बहुत अधिक संभावनाएं हैं। श्रम बाजार में सुधार, शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के साथ-साथ निवेश में होने वाली समस्याओं को कम करने से भारत की संभावनाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
6: भारत की जनसांख्यिकीय प्रोफाइल अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं की अपेक्षा ज्यादा अनुकूल है जहाँ महिला श्रम बल की भागीदारी बढ़ रही है।