अमेरिका ने भारत को GSP स्कीम से हटाया, क्या होगा इसका प्रभाव
हाल ही में अमेरिका की सरकार ने यह निर्णत लिया है कि वह अब भारत और टर्की को GSP स्कीम का लाभ नहीं देगा। जनरलाइज़्ड सिस्टम ऑफ प्रीफेरेंस (GSP) के अंतर्गत अमेरिका भारत से जो भी सामान आयात करता था, उसकी तय सीमा पर किसी भी प्रकार का टैरिफ नहीं लगता था।
इस स्कीम के द्वारा विकासशील देशों को सुविधा दी जाती है ताकि उनके देश की इकॉनमी को सपोर्ट किया जा सके। अमेरिका के अनुसार भारत अब स्वयं में सक्षम हो चुका है, अतः अब उसे किसी भी प्रकार के लाभ की कोई आवश्यकता नहीं है।
भारत ने साफ किया है कि इससे अमेरिका और भारत के रिश्तों पर किसी भी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। GSP की स्थापना 1 जनवरी 1976 को की गई थी। अमेरिका के मुताबिक दोनों देशों के बीच लगभग 126.2 अरब डॉलर का व्यापार होता था।
इस नीति के कारण भारत से अमेरिका जाने वाले 1930 उत्पादों पर किसी भी प्रकार का आयात शुल्क नहीं लगता था। इसे हटाने के बाद भारत को प्रतिवर्ष लगभग 19 करोड़ डॉलर का नुकसान होगा।