मोदी कैबिनेट- सामाजिक व जातीय समीकरणों को वरीयता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के अनुभवी नेताओं व युवाओं को मौका देने के साथ क्षेत्रीय जातीय व सामाजिक समीकरणों को पूरी वरीयता दी है।
1: गिरिराज सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत, महेंद्रनाथ पांडे को अपने अपने राज्य के राजनीतिक व
सामाजिक समीकरणों से पदोन्नत होने का इनाम मिला।
2: अश्विनी कुमार चौबे, जनरल वी के सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, कृष्णपाल गुर्जर, पुरुषोत्तम रूपाला, संजीव बालियान, बाबुल सुप्रियो, साध्वी निरंजन ज्योति, रामदास आठवले, राव साहेब दानवे व फग्गन सिंह कुलस्ते को मोदी की दूसरी पारी में अपने क्षेत्रीय व सामाजिक समीकरणों के चलते सरकार में शामिल होने में तो सफल रहेए लेकिन पदोन्नति नहीं हुई।
3: उत्तर प्रदेश में महेंद्रनाथ पांडे को कैबिनेट दर्जा देकर राज्य में जातीय व सामाजिक संतुलन साधा गया है।
4: कर्नाटक में सदानंद गौड़ा व प्रहलाद जोशी को मंत्री बनाकर राज्य के सामाजिक समीकरण साधे गए हैं।
5: उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक व झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को लाकर दोनों राज्यों के सामजिक समीकरण बनाए गए हैं।
6: उत्तराखंड में राजपूत मुख्यमंत्री व झारखंड में गैर आदिवासी मुख्यमंत्री है। उमा भारती की जगह प्रहलाद पटेल को मंत्री बनाकर पिछड़ा लोध चेहरे को तव्जजो दी गई है।
7: पहली पंक्ति की दूसरे कोने पर बैठे एस जयशंकर की उपस्थिति चौंकाने वाली थी।