fbpx

CAA के समर्थन में PM मोदी ने ट्विटर पर शुरू किया #IndiaSupportsCAA कैंपेन, लिखी ये बातें

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में क्घल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर #IndiaSupportsCAA कैंपेन को शुरू किया है। पीएम मोदी ने #IndiaSupportsCAA के उन्होंने लिखा ‘ CAA का समर्थन भारत करता है, क्योंकि CAA सताए गए शरणार्थियों को नागरिकता देने को लेकर है। यह किसी की नागरिकता वापस लेने के लिए नहीं है।

नमो ऐप पर सीएए से जुड़े कई दस्तावेज, वीडियो और कंटेंट है। इस हैशटैग के जरिए सीएए के पक्ष में अपना समर्थन दें।’

इसके साथ ही पीएम मोदी ने #IndiaSupportsCAA के साथ सदगुरु का एक वीडियो भी शेयर किया और लिखा कि आप सदगुरु से CAA से जुड़े विभिन्न पहलुओं को बारे में विस्तार से सुनें। पीएम मोदी ने कहा कि सदगुरु ने इसमें ऐतिहासिक संदर्भों, भाईचारे की हमारी संस्कृति पर शानदार ढंग से प्रकाश डालता है। उन्होंने निहित स्वार्थी समूहों द्वारा गलत सूचना फैलाए जाने के बारे में भी बताया है।
बीते हफ्ते रामलीला मैदान में एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नागरिकता कानून और प्रस्तावित एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) का भारतीय मुस्लिमों से कुछ लेना देना नहीं है।

प्रधानमंत्री ने कहा, ” ये कानून :नागरिकता: उन लोगों पर लागू होगा जो बरसों से भारत में ही रह रहे हैं। किसी नए शरणार्थी को इस कानून का फायदा नहीं मिलेगा। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए यह कानून हैं।” मोदी ने कहा कि ये संसद में बोला गया है। इस कानून का इस देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है। मोदी ने कहा कि एनआरसी हमने तो बनाया नहीं, कैबिनेट में आया नहीं, संसद में आया नहीं। झूठ का हौवा खड़ा किया जा रहा है।

मोदी ने अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, माकपा नेता प्रकाश करात सहित कुछ अन्य दलों के नेताओं द्वारा पूर्व में दिये गए बयानों का हवाला देते हुए कहा कि इन्होंने पहले इसके पक्ष में बातें कही थी। कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीति का उल्लू सीधा करो।

उन्होंने कहा कि 100 वर्ष पुराने राजनीतिक दलों से जुड़े नेता शांति के लिये एक आवाज उठाने को तैयार नहीं है और मौन रहकर पुलिसकर्मियों एवं अन्य लोगों पर हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं । प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं।